दादी - नानी के नुस्ख़ों के बारे में तो आपने सुना ही होगा।उनकी रसोई किसी दवाखाने से कम थोड़ी होती थी। लौंग, हल्दी , हींग और काली मिर्च में उन्हें सारी बीमारियों का इलाज मिल जाता था और हम ठीक भी हो जाते थे ! मेरी अम्मा ( नानी ) के पास उस बीमारी का रामबाण इलाज था जिससे शायद हर व्यक्ति ग्रस्त है। जी हाँ ! सही पहचाना , tension. Tension ही हर बीमारी की जड़ है। हमारी stressful life हमें इतना बीमार बना देती है कि कभी - कभी गाड़ी हाथ से छूटने का डर रहता है।पर मेरी अम्मा तो परेशानियों को अपने ऊपर हावी ही नहीं होने देतीं थीं। हमें भी कभी परेशान देखतीं तो सिर्फ़ एक ही बात कहतीं , “ मार परे को ! “ यानि take it easy! अम्मा का व्यक्तित्व बिलकुल रुई जैसा था , कोमल और मुलायम। उनके चेहरे पर मैंने हमेशा मुस्कान ही देखी है। सभी को वे एक जैसा प्यार